Priyanka06

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लेखनी कहानी -27-Apr-2022 सूना है इनके बिना जग

रचयिता-प्रियंका भूतड़ा

शीर्षक- सूना है इनके बिना जग

सूना है इन सब बिन जग
सुने, इन सब की एक जुबानी

वर्षा के बिना लगे पहाड़ सूने
जल के बिना लगे नदियां सूनी

पेड़ों के बिना लगे वन सूना
सूना है इन सब बिन जग

ग्वालों के बिना गाय की शोभा सूनी
घास के बिना लगे धरती सूनी

प्रजा के बिना समाज सूना
सूना है इन सब बिन जग

बालक के बिना मां की गोद सूनी
बहन के बिना भाई की कलाई सूनी

पति के बिना पत्नी की मांग सूनी
सूना है इन सब बिन जग

सूना है इन सब परिवार का जग
सुने इन  सबकी एक जुबानी

वीरों के बिना देश सूना
धर्म के बिना भगवान सूना

मरीज के बिना डॉक्टर सूना
मृत्यु के बिना यमराज सूना

सूना है इन सब बिन जग
सुने इन सब की एक जुबानी।

सप्ताह की 9वी कविता



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9 Comments

Seema Priyadarshini sahay

28-Apr-2022 09:03 PM

बहुत ही बढ़िया लेखन

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Farida

27-Apr-2022 09:15 PM

🤗🤗

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Zainab Irfan

27-Apr-2022 09:05 PM

Very nice 👍🏼

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